Saturday, August 9, 2008

दर्द का ब्रेकिंग न्यूज़ या ब्रेकिंग न्यूज़ का दर्द

आज कल ये दोनों ही बातें काफ़ी कामन हो गई हैं। मगर इस कामन हो चुके सच ने काफ़ी लोगों को परेशान कर दिया है। परेशानी के दायरे में सिर्फ़ आम ही नहीं खास लोग भी शामिल हैं, लेकिन दिक्कत ये है की इससे निजात मिलने की उम्मीद दूर- दूर तक नजर नहीं आ रही है। आम लोगों को ये समझ नहीं आ रहा है की आख़िर चल क्या रहा है । जब तक अमिताभ बच्चन को खांसी आने और ऐश्वर्या राय को जुकाम होने की बात ब्रेकिंग न्यूज़ होती थी तब तक तो ये सोच कर चुप रह जाते थे की बड़े स्टार की बातें हैं, उनके बहुत चाहने वाले हैं जिन्हें उनकी सलामती की बातें बताना जरूरी है, पर अब लोग ये समझ पाने में अपने आप को नाकाम पा रहे हैं की ये सुप्रतिम नाम का कौन सा नया स्टार आ गया है?
ब्रेकिंग न्यूज़
सुप्रतिम को अस्पताल से छुट्टी मिली
ब्रेकिंग न्यूज़
सुप्रतिम के पिता ने कहा-बेटे पर भरोसा
ब्रेकिंग न्यूज़
डॉक्टर ने कहा सुप्रतिम पूरी तरह से स्वस्थ
ब्रेकिंग न्यूज़
सुप्रतिम ने कहा भगवान् पर भरोसा.......
ब्रेकिंग न्यूज़ का ये नया रूप देखकर न जाने कितने लोगों को बुखार आ गया, पर कर भी क्या सकते थे सिवाय चैनल चेंज करने के............
खास बात तो ये है की अपनी चोट के दर्द से परेशान ख़ुद सुप्रतिम और उनकी हालत से घबराए उनके परिजन भी इस बात को नहीं समझ पा रहे थे की आख़िर उन्हें इतनी अहमियत क्यूँ दी जा रही है? कहीं इसके पीछे कोई राज तो नहीं है? लेकिन उन्हें क्या पता की आजकल दर्द ब्रेकिंग न्यूज़ है, शर्त सिर्फ़ ये है की वो दर्द किसी बड़े शहर के बड़े व्यक्ति या बड़े शहर की बड़ी कम्पनी के एम्प्लाई का होना चाहिए। किसी गाँव के गरीब किसान का नहीं, जो सूखे, अकाल और कर्ज के दर्द से परेशान है........ब्रेकिंग न्यूज़ के निर्माता निर्देशक इस बात को भी जान बूझकर नजर अंदाज कर देना पसंद करते हैं की इसी देश में हर साल एक लाख से भी ज्यादा किसान दर्द के अंत के लिए जीवन का अंत कर देते हैं।
खैर वो भी करें तो क्या करें 'टी आर पी' के दर्द से परेशान जो हैं................

1 comment:

Anwar Qureshi said...

आप ने क्या बात लिखी है मन प्रसन हो गया वह सच में बहुत खूब ..पहली बार ये पढने को मिला ...एक बार मुझे भी पढ़े ...बिप...