जिंदगी की शुरूआत से लेकर आज तक मिलने वाले सारे ही रास्ते अनजाने थे। अनजाने रास्तों पर चलते-चलते न जाने कब इन रास्तों से दोस्ती हो गई। अब तलाश रही हूं कुछ और नए रास्ते.....नई दुनिया और नई मंजिलें...
बहुत खूब। ना जाने ऐसे ही कई अंनजान रास्तों से आपकी ही तरह हमें भी इनसे मौहब्बत सी हो गई है। बहुत अच्छा लिखा है। आपकी खुशियों का धरौन्दा बहुत ही खूबसूरत है। काश ऐसे ही धरौन्दे बने दुनियां में।
जिंदगी की शुरुआत से लेकर आज तक मिलने वाले सारे ही रास्ते अनजाने थे। अनजाने रास्तों पर चलते-चलते न जाने कब इन रास्तों से दोस्ती हो गई। अब तलाश रही हूं कुछ और नए रास्ते...नई दुनिया...नई मंजिलें...
1 comment:
बहुत खूब। ना जाने ऐसे ही कई अंनजान रास्तों से आपकी ही तरह हमें भी इनसे मौहब्बत सी हो गई है। बहुत अच्छा लिखा है। आपकी खुशियों का धरौन्दा बहुत ही खूबसूरत है। काश ऐसे ही धरौन्दे बने दुनियां में।
रमेश
Post a Comment